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Moral of New Educational System

Now situations in private is going worst specially for Girls. Parents sending there children for character building and education but, school administration and teachers are there for making money. This news is not only shocking but also saying that ...we should think and act on this situation.
Hope you will kindly think and do something as much as you can.

Now read the Original news source
Saturday, August 29, 2009 19:06 [IST] Retrieved on Aug 29, 2009
कहीं प्रिंसीपल ने किया बलात्कार तो कहीं उतरवाए कपड़े - माता-पिता अपने नौनिहालों को अच्छी शिक्षा और संस्कार देने के लिए स्कूलों में भेजते हैं, लेकिन अब ये शिक्षा मंदिर भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। शनिवार सुबह से ही दो ऐसी खबरें आईं, जिसके बाद पेरेंट्स का स्कूल और वहां के शिक्षकों से भरोसा उठना लाजिमी है।
पहली घटना जयपुर शहर की है, जहां एक प्रिंसीपल ने अपनी ही छात्रा के साथ बलात्कार किया। दूसरी घटना फरीदाबाद की है, यहां एक स्कूल प्रबंधन ने एक छात्रा के कपड़े इसलिए उतरवा दिए क्योंकि उसके माता-पिता ने बढ़ी हुई फीस नहीं जमा की थी। इस तरह की अमानवीय हरकत करते वक्त स्कूल ने एक बार भी नहीं सोचा कि इससे उस बच्ची के मन पर क्या प्रभाव पड़ेगा। क्या ऐसे मे देश का भविष्य बन पाएगा?
इस तरह की घटनाएं अगर राजस्थान की राजधानी जयपुर और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद में हो सकती हैं, तो देश मे कहीं भी हो सकती हैं। गुरू, जिसे भगवान से भी ऊंचा दर्जा प्राप्त है और जो देश का भविष्य और भावी नागरिक गढ़ता हो, अगर ऐसे कृत्य करने लगे तो माता-पिता किसके भरोसे अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे।

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