Subscribe Us

header ads

Honour of Girl कुलोँ की लाज

"कुलोँ की लाज" ही वह दर्शन है जी बेटियों / महिलायों को बंधन में बंधता है, या कहें कि उसे एक व्यक्ति की गरिमा से "बहुत निचे' या "बहुत ऊपर" का दर्जा देता है, व्यक्ति की गरिमा तो बिलकुल नहीं| याद करे अरस्तु का वह प्रसिद्द कथन "जो समाज में नहीं रहता वह देवता है या दानव"|

Post a Comment

0 Comments