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Earth Quack and Fast by Narendra Modi: भूकंप और नरेन्द्र मोदी का उपवास

फिर से भूकंप? नर रक्त पिपाश नरेन्द्र भाई मोदी, जब खाना नहीं खायेंगे तब क्या होगा? उनका भगवान खून मांगता है, और ये भक्त है कि भूखा है? भगवान नाराज हो गए, धरती डोला दी.

मतलब अब हमें मोदी और भगवान दोनों से लड़ना होगा.

(नरेन्द्र भाई मोदी, CM, गुजरात २०११.०९.१८ से २०११.०९.२० तक सद्भावना उपवास में है, आज शाम को उत्तर भारत में भूकंप आया था.)

Our people are hunger not for a day or for few days but for centuries, and these people are doing fast? This is the the way to make a joke and blackmailing us. In my best knowledge Ambedkar, Phule, Periyar etc. never did fast.

Cost of Modi's fast is around 100 carors. Who's money is this?

कबीर, बिरसा मुंडा, शाहूजी महाराज, फुले, पेरियार, आंबेडकर, कांशीराम... इस पूरी परंपरा में उपवास-अनशन नहीं है। भरे पेट वाले खा-पीकर अघाए लोगों की परंपरा में ही उपवास का मतलब त्याग हो सकता है। मिसाल के तौर पर, गांधी और गांधी के लोगों के पास कोट और सूट थे, इसलिए उनका लंगोट पहनना त्याग माना गया। यह नाटक और ढोंग की परंपरा है। बुद्ध की परंपरा भी उपवास को महान मानने का निषेध करती है।

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