Jan 12 2010, 09.06PM
लास एंजिलिस। निर्देशक जेम्स कैमरुन की फिल्म 'अवतार' भले ही दुनिया भर में धन कमा रही है, परंतु ऐसे भी दर्शक हैं जिनका मन फिल्म देख कर आत्महत्या करने का हो रहा है। इसे देख कर निकलने वाले कई लोगों ने खुद को अवसाद ग्रस्त पाया।
असल में ये वे लोग हैं, जो कहानी और हकीकत में फर्क नहीं कर पा रहे हैं और कैमरून द्वारा फिल्म में दिखाए गए पंडोरा ग्रह पर जाने के लिए उत्सुक हैं। जब वे खुद को पंडोरा पर जाने के काबिल नहीं पाते, तो उन्हें आत्महत्या करने का खयाल आता है। सीएनएन आनलाइन ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है।
उत्तरी अमेरिका में फिल्म के प्रशंसकों की वेबसाइट में 'अवतार' के दर्शकों को अवसाद से उबरने के उपाय बताए गए हैं। 'अवतार फोरम' के प्रबंधक फिलिप बगदासारियान के अनुसार, 'असल में फिल्म में इतनी खूबसूरती दिखाई गई है, जो हमारी धरती पर उपलब्ध नहीं है। मुझे लगता है कि देखने वाले इस अवसाद में डूब जाते हैं कि हम पंडोरा से बिल्कुल भिन्न दुनिया में क्यों जी रहे है?'
उल्लेखनीय है फिल्म में खूबसूरत नीले ग्रह पंडोरा पर नीले रंग के एलियन दिखाए गए हैं, जो दिल के साफ हैं और प्रकृति के साथ उनकी धड़कनें जुड़ी हैं। जबकि धरती पर प्रकृति का हाल बुरा है और ग्लोबल वार्मिग तथा हिम युग लौटने के खतरे मंडरा रहे हैं।
वेटिकन भी खुश नहीं : वेटिनक सिटी भी 'अवतार' से खुश नहीं है। वेटिकन के अखबार और रेडियो में फिल्म को यथार्थ से बहुत दूर बताया गया है। साथ ही कहा गया है कि यह नकली लोगों की नकली दुनिया हमारे सामने लाती है। पंडोरा की ऐसी दुनिया, जिनमें मनुष्यों की दुनिया की तरह कुछ नहीं है।
असल में ये वे लोग हैं, जो कहानी और हकीकत में फर्क नहीं कर पा रहे हैं और कैमरून द्वारा फिल्म में दिखाए गए पंडोरा ग्रह पर जाने के लिए उत्सुक हैं। जब वे खुद को पंडोरा पर जाने के काबिल नहीं पाते, तो उन्हें आत्महत्या करने का खयाल आता है। सीएनएन आनलाइन ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है।
उत्तरी अमेरिका में फिल्म के प्रशंसकों की वेबसाइट में 'अवतार' के दर्शकों को अवसाद से उबरने के उपाय बताए गए हैं। 'अवतार फोरम' के प्रबंधक फिलिप बगदासारियान के अनुसार, 'असल में फिल्म में इतनी खूबसूरती दिखाई गई है, जो हमारी धरती पर उपलब्ध नहीं है। मुझे लगता है कि देखने वाले इस अवसाद में डूब जाते हैं कि हम पंडोरा से बिल्कुल भिन्न दुनिया में क्यों जी रहे है?'
उल्लेखनीय है फिल्म में खूबसूरत नीले ग्रह पंडोरा पर नीले रंग के एलियन दिखाए गए हैं, जो दिल के साफ हैं और प्रकृति के साथ उनकी धड़कनें जुड़ी हैं। जबकि धरती पर प्रकृति का हाल बुरा है और ग्लोबल वार्मिग तथा हिम युग लौटने के खतरे मंडरा रहे हैं।
वेटिकन भी खुश नहीं : वेटिनक सिटी भी 'अवतार' से खुश नहीं है। वेटिकन के अखबार और रेडियो में फिल्म को यथार्थ से बहुत दूर बताया गया है। साथ ही कहा गया है कि यह नकली लोगों की नकली दुनिया हमारे सामने लाती है। पंडोरा की ऐसी दुनिया, जिनमें मनुष्यों की दुनिया की तरह कुछ नहीं है।
0 Comments